Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. हिंदी में बच्चों के लिए 10+ अव्वल शानदार लघू नैतिक कहानियाँ|
Moral Stories यानी नैतिक कहानियां हमारी आदतों, विचारधारा और आचरण में सुधार करने का एक अद्वितीय माध्यम हैं। ये हमें अच्छा और न्यायसंगत कर्म करने को सिखाते हैं।
Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. |
Table of Contents : विषयसूची
1 : गुब्बारे बनाने वाला जादूगर।
2 : चिड़िया या फिर परी
3 : चींटी की जादू
4 : बंदर और तोते की दोस्ती
5 : टोपी बनाने वालें की भलाई
6 : बिल्ली ने भालू से की चतुराई
7 : You May Also Read
Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. हिंदी में बच्चों के लिए 10+ अव्वल शानदार लघू नैतिक कहानियाँ|
मुझे आशा है कि ये Short Moral Stories for Kids, बाल कथा आपके बच्चों को पसंद आएंगी और उनकी मनोहारी दुनिया को रंगेंगी। हमेशा ऐसे शिक्षाप्रद कहानियों को पढ़ाने का प्रयास करें
जो बच्चों को न केवल मनोरंजन प्रदान करें, बल्कि उनके विचारों, आदर्शों, और संवेदनशीलता को स्थायी बनाएं। ये कहानियां बच्चों को न सिर्फ मनोरंजन कराएंगी, बल्कि उन्हें नई सोच और समझ के साथ-साथ सकारात्मक आचरण की प्रेरणा भी देंगी।
Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. |
Best Children's short stories in hindi, बाल लघुकथा
1: गुब्बारे बनाने वाला जादूगर।
बहुत सारे गुब्बारे बनाने वाले एक जादूगर था। उसके पास एक चमत्कारी गुब्बारा भी था। जिसे उसने अपने जादू से जिंदा किया था। वह हर रोज गाँव के बच्चों को देखने आता।
एक दिन जब उसने गुब्बारे बनाना शुरू किया, तो एक बच्चा उसके पीछे से आकर कहने लगा, "कृपया मुझे भी गुब्बारे दो, जादूगर जी!" जादूगर हंसा और उसे एक चमत्कारी गुब्बारा दिया।
बच्चा बहुत खुश हुआ और उसे उड़ाने लगा। गुब्बारा बच्चे के पीछे बड़ी तेजी से उड़ा और फिर उसके रंग बदलने लगे। वह गुब्बारा एक छोटे रंगीन पक्षी में बदल गया। बच्चा हैरान हो गया फिर पक्षी भूमि पर आ गिरा और वह फिर से गुब्बारा बन गया।
बच्चा अपने दोस्तों को यह दिखाने गया और सबने उससे गुब्बारे मांगे। जादूगर ने सबको गुब्बारे दिए और बच्चे वहाँ से चले गए। सभी गुब्बारे उड़ाते-उड़ाते खुश हो रहे थे।
सभी बच्चे खुश थे, लेकिन एक बच्चे के पास गुब्बारे उड़ाने के लिए गुब्बारा नहीं था। वह दुखी हो गया और रोने लगा। जादूगर ने उसे देखा और प्यार से पूछा, "तुम क्यों रो रहे हो, बच्चा?"
बच्चा उसे बताया, "मुझे एक गुब्बारा चाहिए, लेकिन मेरे पास पैसे नहीं है।"
जादूगर ने मुस्कान के साथ कहा, "तुम चिंता न करो। मैं तुम्हें एक खास गुब्बारा दूंगा, जो हमेशा तुम्हारे पास रहेगा।"
जादूगर ने अपने जादू से एक चमत्कारी गुब्बारा बनाया। उसने उसे बच्चे को दिया और कहा, "यह गुब्बारा अद्वितीय है। जब तुम इसे उड़ाओगे, तो यह न केवल ऊँचाई तक जाएगा, बल्कि इसका रंग भी बदलता रहेगा। तुम जब भी उदास हो और गुब्बारा उड़ाओगे, तो वह तुम्हें हंसाएगा।"
बच्चा बहुत खुश हुआ और गुब्बारा उड़ाने लगा। गुब्बारा उसे हंसाते-हंसाते ऊँचाई तक पहुंच गया। बच्चा आश्चर्यचकित हो गया जब उसने देखा कि गुब्बारा उड़ते-उड़ते रंग बदलने लगा। हर बार जब वो उसे उड़ाता, वह नये-नये रंग में धमाल मचा रहा था।
बच्चा बहुत खुश हो गया और अपने दोस्तों के साथ गुब्बारे उड़ाने लगा। सभी बच्चे खुशी से चीख रहे थे जब उनके गुब्बारे रंग-बिरंगे होते। वे सब मिलकर खेलते, हँसते और मज़े करते रहे।
बच्चों ने जादूगर को धन्यवाद कहा और उसे बहुत प्यार दिया। जादूगर भी खुश था कि उसने बच्चों को इतनी खुशी दी। वह हमेशा उनके लिए एक संग्रहालय के रूप में गुब्बारे बनाने आता रहा और बच्चों को खुश करता रहा।
इस कहानी की सीख :
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जब हम दूसरों के साथ खुशी बांटते हैं, तो हमें भी खुशी मिलती है। हमें दूसरों के साथ सहयोग और प्यार से रहना चाहिए। यही हमें सच्ची खुशी और संतोष प्रदान करता है।
Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. |
Top Children's short story in hindi, बाल लघुकथा
2 : "चिड़िया या फिर परी"
एक गहरे जंगल में एक प्यारी सी चिड़िया रहती थी जिसका नाम डिंपी था। डिंपी बहुत खुश थी अपनी सुंदर पंखों से, लेकिन वह हमेशा एक परी की तरह दिखना चाहती थी।
एक दिन, डिंपी एक पुरानी हवेली से उसे एक पुरानी साड़ी मिली। वह साड़ी पहनी और अपने पंखों से विभिन्न तरह से तेवर बनाने लगी।
डिंपी बहुत खुश हो गई और उसने अपनी सुंदरता को और बढ़ा दिया। लोग डिंपी की सुंदर रुप को देखकर आश्चर्यचकित हो गए और उसे परी समझने लगे।
डिंपी खुश थी कि उसका सपना पूरा हो गया है। लेकिन एक दिन, वापस जंगल में उड़ते समय, एक तालाब में दूसरी चिड़िया ने डिंपी को देखा।
वह डिंपी से पूछी, "तुम परी हो या चिड़िया?" डिंपी ने सच्चाई बताई और कहा, "मैं तो सिर्फ चिड़िया हूँ, परी नहीं।
मेरे पंखों की रंगीन मैंने खुद ने बनाया हैं।" दूसरी चिड़िया ने कहा, "तुम अपनी सच्चाई में खुश होने के लिए और अपनी खुद की असली सुंदरता को स्वीकारने के लिए बहुत साहसी हो।"
डिंपी ने उससे स्नेहपूर्वक विदाई ली और अब से वह खुद को चिड़िया के रूप में पहचानती थी।
इस कहानी की सीख :
इस कथा से हमें यह सिख मिलती है कि हमें अपनी असली सुंदरता को स्वीकारने की आवश्यकता है और अपने सच्चे रुप में खुश रहना चाहिए।
Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. |
Best kids short stories in hindi, बच्चों की लघु कहानी
3 : चींटी की जादू
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटी सी चींटी जंगल में रहती थी। वह बहुत ही शरारती थी।
चींटी ने एक मदारी को देखा और सोचा, "मैं भी ऐसा ही कुछ कर सकती हूँ।" चींटी ने मदारी से पूछा, "क्या तुम मुझे कुछ सिखा सकते हो?"
मदारी मुस्कुराया और कहा, "ठीक है, मैं तुम्हें कुछ जादू सिखा दूंगा।" चींटी ने खुशी से कहा, "धन्यवाद! मैं बहुत उत्साहीत हो रही हूं।"
मदारी ने चींटी को कुछ जादू की तरकीबे सिखाई। चींटी ने धीरे-धीरे तरकीब को सीखा और उसमें महारथ हासिल कर लिया।
एक दिन, चींटी ने अपने दोस्तों के साथ उस जादू की तरकीब का प्रदर्शन किया। सभी जानवर बहुत हैरान हो गए और चींटी के जादू में पूरी तरह से खो गए।
चींटी मुस्कुराई और बोली , "यह मेरा नया जादू है! कैसा लगा?"
दोस्तों ने चींटी को बधाई दी और उसकी बहुत प्रशंसा की।
इस कहानी की सीख :
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमारे अंदर कुछ खास क्षमताएं हो सकती हैं और हमें अपने एकाग्रता और लगन से अद्भूत चीजें करनी चाहिए।
Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. |
Top kids short story in hindi, बच्चों की लघु कहानी
4 : बंदर और तोते की दोस्ती
एक जंगल में एक बंदर और एक तोता रहता था। दोनों अच्छे दोस्त थे और हमेशा एक साथ खेलते रहते थे। एक दिन, वे जंगल के दूसरे किनारे चले गए, जहां एक बड़ा सागर था। बंदर और तोते ने सागर के किनारे बैठकर खुद को ठंडा करने का फैसला किया।
बंदर ने कहा, "मुझे पानी में डुबकी लगानी है। यह बहुत मज़ेदार होगा।" तोते ने चिढ़ाते हुए कहा, "तू कैसे पानी में डुबकी लगा सकता है? तू तो एक बंदर है!"
बंदर थोड़ा उदास हो गया, लेकिन वह अपने दोस्त को दिखाना चाहता था कि वह कुछ भी कर सकता है। बंदर ने सोचा, "मैं कुछ करके दिखाऊंगा और सबको हंसाऊंगा।"
उसने एक लकड़ी तुकडा लाकर अपने पैरों में बांध लीया और सागर की ओर दौड़ा। जब वह पानी के करीब पहुंचा, तो वह अपनी पैरों को ऊपर उठाते हुए लकड़ी के सहारे पानी पे तैरने लगा। सभी जानवर चकित हो गए और हंसने लगे।
बंदर खुश हो गया और तोते ने अद्भुत अनुभव करके कहा, "वाह बंदर! तूने सचमुच यह कमाल कर दिया। तू बहुत ही साहसी है!"
बंदर मुस्काते हुए बोला, "धन्यवाद, मेरे दोस्त! मैं तोल मोल कर दिखाना चाहता था कि कोई भी काम मुश्किल नहीं होता। हमें खुद पर विश्वास रखना चाहिए।"
दोनों दोस्त वापस जंगल की ओर चले गए, हमेशा एक दूसरे के साथ मस्ती करते रहते। वे अपने दोस्ती और आपसी सहयोग की मिसाल बने।
इस कहानी की सीख :
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि दोस्ती में सहयोग और विश्वास होना बहुत महत्वपूर्ण होता है। हमें अपने दोस्तों से प्रेरणा लेनी चाहिए और उन्हें सम्मान देना चाहिए।
Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. |
Beautiful kids short story in hindi, बच्चों की लघु कहानी।
5 : टोपी बनाने वालें की भलाई
एक गांव में एक टोपीवाला रहता था। वह टोपी बनाने में बहुत निपुण था और खूबसूरत टोपियाँ बनाता था। एक दिन, उसने एक बहुत छोटी सी टोपी बनाई और उसे अपने दुकान के सामने रखा।
वहां से गुजरते हुए एक छोटासा लडका गोलू ने उसे देखा और उसे पसंद कर लिया। छोटे गोलू ने टोपीवाले को पूछा, "क्या मैं इस टोपी को खरीद सकता हूँ?"
टोपीवाला उसे देखकर मुस्कराया और कहा, "हां, तुम इसे खरीद सकते हो, लेकिन यह तुम्हें काफ़ी महंगी पड़ेगी।"
छोटेसे गोलूने मुस्कान देते हुए कहा, "कोई बात नहीं, मैं इसे खरीदना चाहता हूँ। यह बहुत ही खूबसूरत है और मुझे अच्छी लगेगी।"
टोपीवाला चकित हो गया क्योंकि छोटा गोलू गरीब था और उसकी इतनी महंगी टोपी खरीदने की क्षमता नहीं थी। लेकिन उसने छोटे गोलू की इच्छा को पूरा करने का निर्णय लिया।
वह छोटे गोलू को टोपी उपहार में दिया और उसे कहा, "यह टोपी मेरी ओर से तुम्हारे लिए है। मुझे खुशी हो रही है कि तुम इसे पहनोगे और खुद को ख़ास महसूस करोगे।"
छोटा गोलू बहुत खुश हो गया और टोपी को पहन लिया। वह टोपी के साथ गर्व से चलता था और सभी लोग उसे देखकर उसकी तारीफ़ कर रहे थे।
टोपीवाला ने अपनी भलाई को सोचते हुए गोलू की इच्छा को पूरा किया और उसे अनमोल एहसास दिया। इससे दिखाया जाता है कि छोटी सी प्रेम की किरणें भी अपार सुख और खुशियों का सृजन कर सकती हैं।
इस कहानी की सीख :
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि दया और सहानुभूति हमेशा अनमोल होती हैं। हमें ध्यान देना चाहिए कि हमारे पास होने वाले सामाजिक और आर्थिक स्थितियों के बावजूद, हमें दूसरों की खुशी का सम्मान करना चाहिए और इच्छाओं को पूरा करने में मदद करनी चाहीए।
Top superb 10+ Short Moral Stories for Kids in a Hindi. |
Beautiful Children's short story in hindi, बाल लघुकथा
6 : बिल्ली ने भालू से की चतुराई।
एक छोटी सी बिल्ली और एक भालू एक ही जंगल में रहते थे। दोनों मित्र थे और हमेशा एक साथ खेलते रहते थे। एक दिन, बिल्ली ने भालू से कहा, "तुम मुझे दौड़कर पकड़ सकते हो?"
भालू हँसा और बोला, "मैं जल्दी ही तुम्हें पकड़ लूंगा।" तभी बिल्ली ने उत्तर दिया, "अब मैं आगे दौड़ती हूँ और तुम मुझे पकड़ कर दिखाओ।"
इसके बाद बिल्ली बहुत तेजी से आगे भागने लगी और उसे पकड़ने के लिए भालू भी तेजी से दौड़ने लगा। लेकिन भालू धीमी गति से चल रहा था ताकि वह उसे पकड़ सके।
हालांकि, बिल्ली ने धीरे-धीरे दौड़ना बंद कर दिया और एक पेड़ पर चढ़ गई। भालू उसके पास आकर चिढ़ाते हुए कहा, "तूने मुझे कैसे धोखा दिया, बिल्ली!"
बिल्ली ने मुस्कराते हुए उत्तर दिया, "मैंने कहा था कि मैं तुम्हें दौड़ाऊंगी, लेकिन मैंने कभी नहीं कहा था कि मैं नीचे आऊंगी।"
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें चतुरता और योजना बनाने की जरूरत होती है। हमें अपनी सीमाओं को समझना चाहिए और अपने दोस्तों के साथ खेलने में मज़ा लेना चाहिए।
दोनों मित्र बाद में एक साथ खेले और दौड़-धौड़ में मस्ती की। वे सदैव एक दूसरे के साथ अच्छे बने रहे।
इस कहानी की सीख :
इसके साथ ही, हमें दूसरों का विश्राम नहीं लेना चाहिए और खुद को स्वतंत्र रूप से सोचने की आवश्यकता होती है। बिल्ली ने अपने अद्भुत विचारों से भालू को प्रेरित किया कि हर काम का अपना तरीका होता है और हमें उसे समझना चाहीए।
Best kids short story in hindi : बच्चों की लघु कहानी
7 : बंदर और मगरमच्छ की सच्ची दोस्ती
एक जंगल में एक बंदर रहता था जिसका नाम चंपू था। चंपू बहुत ही नटखट था और रोज़ाना जंगल में नए-नए शरारतें किया करता था। एक दिन उसे एक मगरमच्छ दिखाई दिया। मगरमच्छ दिखने में बहुत ही भयंकर लग रहा था।
चंपू ने मगरमच्छ से पूछा, " सब तुम्हें देखकर इतना क्यों डर जाते है?" मगरमच्छ ने कहा, "मेरी शक्कल को देखकर सभी लोग डर जाते हैं इसलिए मैं अकेला रहता हूँ।"
चंपू ने कहा, "तुम डरावने तो हो पर मुझे तो तुम बहुत प्यारे लग रहे हो। चलो, हम दोस्त बनते हैं।" मगरमच्छ ने थोड़ा विचलित होकर हाँ कह दी।
वे दोनों दोस्त बन गए और जंगल में बहुत मस्ती करने लगे। एक दुसरे के साथ समय बिताने लगे। लोग यह देखकर हैरान हो गए क्योंकि वे दोनों का मेल बहुत अजीब लग रहा था।
इस कहानी की सीख :
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें किसी की सूरत या दिखावट पर नहीं जाना चाहिए, बल्कि हमें उसके मन की अच्छाई को समझना चाहिए और सच्ची मित्रता करनी चाहीए।
You May Also Read :
Conclusion : निष्कर्ष
यहां तक की हमारी कहानियां समाप्त हो गईं। ये छोटी-मोटी कहानियां बच्चों को मनोरंजन के साथ-साथ मूल्यांकन और सिखाने का भी एक अच्छा माध्यम होते हैं। ये कहानियां सरल शब्दों में लिखी गई हैं जिससे बच्चों को समझने में आसानी होती है। इन कहानियों के माध्यम से बच्चों को नैतिक मूल्यों, मित्रता, सहयोग, और सामाजिक संबंधों के महत्व की समझ बढ़ाई जा सकती है।
मुझे आपकी और आपके बच्चों की सफलता की कामना है। बच्चों के साथ अच्छी मित्रता और सकारात्मक मनोदशा रखें और उनकी रचनात्मकता को प्रोत्साहित करें। आपके बच्चों के लिए उत्कृष्ट कहानियां प्रदान करने में मेरी सहायता करके मुझे गर्व हो रहा है।
आपको मेरी कहानियाँ पसंद आयी हो तो मुझे कमेंट करो में और अच्छी अच्छी कहानियाँ लिखूंगा आप के लिए आपके कमेंट्स मुझे
प्रेरणा देंगे अच्छा लिखने के लिए। धन्यवाद!
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें